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यत्र योगेश्वरः कृष्णो
यत्र योगेश्वरः कृष्णो यत्र पार्थो धनुर्धरः।
तत्र श्रीविजयो भूतिर्ध्रुवा नीतिर्मतिर्मम॥ जहाँ योगेश्वरः भगवान् श्रीकृष्ण हैं। और जहाँ गांडीव- धनुर्धारी अर्जुन है, वही पर श्री विजय , विभूति और अचल नीति है।
-भगवतगीता
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