Tuesday, September 28, 2010
यत्र योगेश्वरः कृष्णो
यत्र योगेश्वरः कृष्णो यत्र पार्थो धनुर्धरः।
तत्र श्रीविजयो भूतिर्ध्रुवा नीतिर्मतिर्मम॥
जहाँ योगेश्वरः भगवान् श्रीकृष्ण हैं। और जहाँ गांडीव- धनुर्धारी अर्जुन है, वही पर श्री विजय , विभूति और अचल नीति है।
-भगवतगीता
Subscribe to:
Posts (Atom)